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काशीपुर। 4 मई 2024 महिला हेल्पलाइन पुलिस ने किया सराहनीय कार्य महिलाओं के उत्पीड़न से संबंध में 311 शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए 144 महिलाओं के घरों को आवाद करने में अहम भूमिका निभाने का कार्य किया है। जो कि अपने आप में एक उपलब्धि से कम नहीं है। जी हां दोस्तों आज के समय में माता-पिता अपनी पुत्री का विवाह संपन्न करने के बाद सोचते हैं कि वह अब अपनी जिम्मेदारी अदा कर चुके हैं। परंतु उसके बाद भी माता-पिता की जिम्मेदारी खत्म नहीं होती। माता-पिता कन्या की विवाह की जिम्मेदारी से तो मुक्त हो जाते हैं परंतु अब उनके सामने उसे भी बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है जब कन्या को विवाह के बाद ससुराल के लोग दहेज के लालच में जब कन्या को प्रताड़ित करते हैं। कन्याओ के विवाह के बाद ससुराल पक्ष में कन्याओं को दहेज के लिए प्रताड़ित करने की घटनाएं कम होने के बजाय दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। जिसे रोकने में महिला हेल्पलाइन पुलिस अहम भूमिका निभाने का कार्य कर रही है।

ताजा आंकड़ों के अनुसार अगर हम काशीपुर बाजपुर और जसपुर क्षेत्र की बात करें तो 1 जनवरी 2024 से महिला हेल्पलाइन में महिलाओं को दहेज के लिए प्रताड़ित करने के मामले में महिलाओं के द्वारा महिला हेल्पलाइन पुलिस में दिए गये 311 शिकायती पत्रों पर महिला हेल्पलाइन पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 144 महिलाओ को समझा बुझा कर आपस में समझौता करा दिया। जिससे पति पत्नी अपने परिवार के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि महिला हेल्पलाइन पुलिस मे अभी 146 प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई चल रही है। जबकि 13 महिलाओं की शिकायतों पर कोतवाली पुलिस के द्वारा महिला हेल्पलाइन में हुई सुनवाई मे आपसी समझौता नहीं होने पर महिला हेल्पलाइन के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जांच रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा कराई गयी काउंसलिंग के द्वारा भी आपसी सहमति न होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 13 परिवारों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने के मामले में अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। जबकि आठ प्रार्थना पत्र ऐसे हैं जिन पर दोनों पक्ष पति-पत्नी दोनों ही महिला हेल्पलाइन में प्रस्तुत नहीं हुए। महिलाओं के उत्पीड़न के मामले में जानकारी लेने पर महिला हेल्पलाइन की प्रभारी निरीक्षक प्रथमा भट्ट ने बताया कि 1 जनवरी 2024 से 30 अप्रैल 2024 तक 311 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए थे। उन्होंने बताया कि हमारा सर्वप्रथम हमारा प्रयास रहता है कि हम पति-पत्नी की आपस में आमने-सामने बैठ कर सुनवाई करते हैं और दोनों पति-पत्नी के मत भेदों को दूर करते है साथ ही हम यह भी ध्यान रखते हैं की सबसे ज्यादा गलती किस पक्ष के द्वारा की गई है और कमियों को भागते हुए जिस पक्ष की ज्यादा गलती होती है। उसे सख्त हिदायत दी जाती है कि वह भविष्य में ऐसी गलती ना करें जिससे कि एक दूसरे का परिवार टूट जाए। साथ ही दोनों पक्षों को प्यार मोहब्बत से एक साथ जीवन व्यतीत करने तथा किसी भी पक्ष के द्वारा कोई भी किसी भी प्रकार की मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ित करने पर कड़ी चेतावनी दी जाती है। उन्होंने महिला हेल्पलाइन पुलिस कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला हेल्पलाइन में महिला कांस्टेबल राधा रावत, कांस्टेबल निधि, कांस्टेबल ममता,तथा मेरे प्रयासों से अब तक महिला हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायत तो मैसे करीव 144 शिकायत का निस्तारण कर दिया गया है। और वह महिलाएं अपने पतियों के और बच्चों के साथ सुखी जीवन व्यतीत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अभी 146 प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई जारी है हमारा प्रयास रहेगा के इन परिवारों का घर हम दुवारा से पति पत्नी के बीच हुए विवादो को समाप्त करने के साथ ही उनका परिवार फिर से एक साथ रह सके पूरा प्रयास करेगी।

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