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किच्छा 14 जनवरी 2023 प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को लेकर भले ही उत्तराखंड की भाजपा सरकार अपनी पीठ थपथपा रही हैं। परंतु जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है सरकार की चिकित्सा स्वास्थ्य व्यवस्था का एक जीता जागता उदाहरण आज देखने को मिला जहां इलाज के लिए लाए गए एक व्यक्ति को उपचार ना मिलने के कारण मृत्यु हो गई। समय सीमा के अंदर अगर एंबुलेंस समय पर अस्पताल पहुंचकर मरीज को हर सेंटर पहुंचा देती तो हो सकता था की मरीज की जान बच जाती परंतु एंबुलेंस के समय पर ना पहुंचने के कारण मरीज की मृत्यु के बाद परिजनों ने आक्रोशित होकर अस्पताल में हंगामा कर दिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने वह मुश्किल हालातों को काबू में किया। बता दें कि ग्राम गिद्धपुरी किच्छा निवासी जवाहर लाल की किच्छा के सरकारी अस्पताल में इलाज के दोरान मृत्यु हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने वे मरीज का उपचार नहीं करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया

परिजनों ने आरोप लगाया कि समय पर इलाज में एंबुलेंस न मिलने के चलते डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मृत्यु हुई। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज इससे पूर्व ऋषिकेश के एम्स से इलाज करा रहा था और लगातार बीमार चल रहा था जब आज प्रातः परिजन उसे लेकर किच्छा के सरकारी हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें रेफर कर दिया वही रेफर के दौरान समय पर 108 एंबुलेंस न मिलने के चलते मरीज की हॉस्पिटल में ही मौत हो गई वहीं परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा काटते हुए डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया वही अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। घटना से संबंध में चिकित्सा अधिकारी किच्छा डॉक्टर एच सी त्रिपाठी ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा कोई लापरवाही नहीं की गई है उन्होंने कहा कि मरीज का पहले से ही ऋषिकेश में स्थित एम्स से इलाज चल रहा था उन्होंने कहा कि जो बीमारी मरीज को थी उसका उपचार अस्पताल में संभव नहीं था इसलिए डॉक्टरों ने उन्हें हर सेंटर के लिए रेफर कर दिया था उन्होंने बताया कि 108 एंबुलेंस को फोन पर सूचना दे दी गई थी परंतु इतने एंबुलेंस आती उससे पहले ही मरीज की मृत्यु हो चुकी थी जिसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए और झगड़ा करने लगे।

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